बिहार सरकार के कई महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं जो बिहार के जनता के हित में सरकार के द्वारा लागू किया जाता है। बिहार सरकार की उन्हीं योजनाओं में से एक योजना रविवार के दिन धराम से गिर गई। हम बात कर रहे हैं उत्तरी बिहार से दक्षिणी बिहार को जोड़ने वाला अगुुवानी-सुल्तानगंज पूल का तीन पिलर फिर से गिर गया, यह पूल 1710.77 करोड़ के लागत से फोरलेन बन रहा था, 6 बजे शाम को यह पूल अचानक गिर गई। गनीमत रहा कि रविवार के दिन निर्माण कार्य पूर्ण रूप से बंद था इसलिए जान-माल की क्षति की खबर सामने नहीं आई, कुछ समय बीतने के बाद अब दो गार्ड के लापता होने की खबर आ रही है, NDRF और SDRF की टीम गार्ड की खोजबीन में लग गयी है।
एक वर्ष पूर्व भी यह निर्माणाधीन पूल गिरा था :
29 अप्रैल 2022 की रात भी इसी पूल का बड़ा हिस्सा यानी 36 स्पैन गिर गया था, तब IIT लुढ़की और NIT पटना के तफ्तीश के बाद कहा गया कि इसका पुनः निर्माण होना चाहिए।
रविवार यानी 4/06/23 के शाम 6 बजे गिरा पूल :
अगुुवानी के दिशा से तकरीबन 10,11,12 और 13 नंबर पिलर पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गये, अब इसके 122 से अधिक स्पैन गिर चुके हैं।
SP सिंगला कंपनी बना रही थी पूल :
वहीं इस भीषण दुर्घटना के बाद विरोध करने वाले का दो खेमा हो गया है, जहाँ एक ओर लोग सरकार को नासमझ और भ्रष्टाचार को नजरअंदाज करने वाला बता कहा जा रहा है वहीं कार्यरत कंपनी को भी लोग भ्रष्टाचार से लिप्त बता रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार :
पत्रकारों से संवाद के दौरान CM नीतीश कुमार ने कहा “इससे पहले भी यहाँ इस तरह की घटना हुई थी हमने उसके बारे में भी संज्ञान लिया था, अब फिर यह गिरा है, कल ही मुझे पता चला है; तुरंत हमने संबंधित विभाग को वहाँ देखने और तुरंत एक्शन लेने को कहा है। इस कार्य की समाप्ति तो 2019 में ही हो जाना चाहिए परंतु यह कार्य अभी तक निर्माणाधीन था। काफी देरी हुई है, मुझे बहुत तकलीफ हुआ है! मजबूती की कमी होने के कारण यह घटना हुई है अगर यह बनकर तैयार हो जाता तो कितने लोगों को इससे फायदा होता।” अब डिपार्टमेंट ही एक-एक चीजों देखेगा। हमारे डिप्टी सीएम को भी सभी चीजों की जानकारी है, जिम्मेदारों के प्रति करवाई होगी।” इसके अलावे BJP के कई नेताओं पर भी नीतीश कुमार ने निशान साधा।

Author: Neutral Journalism



