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‘बिहारी शिक्षक अभ्यर्थी अदालत’ का आयोजन करेंगे; जीतन राम मांझी

बिहार में 1.78 लाख पदों पर शिक्षकों की बहाली आई जिसमें कुल 1.22 लाख शिक्षक बहाल हुए। अब इन तमाम शिक्षकों को बिहार सरकार 2 नवंबर को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र बांटेगी। परिणाम प्रकाशित होने के बाद से ही विपक्ष लगातार सरकार को घेरने में लगी है कि परीक्षा में धांधली हुई है। वहीं कई जगहों पर वास्तव में गड़बड़ी भी उजागर हुई है। बीते कई दिनों से जीतन राम मांझी लगातार BPSC और सरकार पर हमलावर हैं। श्री मांझी का कहना था कि “जिस तरह लालू यादव ने जमीन लेकर नौकरी बांटे ठीक उसी प्रकार यह सरकार पैसा लेकर फर्जी शिक्षकों बहाल की है।
आज भी उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्विट करते हुए “कहा कि BPSC शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम”के विरोध में 2 नवम्बर 23 को सुबह 11.30 बजे मेरे आवास 12M स्टैंड रोड,पटना में “बिहारी शिक्षक अभ्यर्थी अदालत” का आयोजन किया जा रहा है,जहां हम सब मिलकर शिक्षक नियुक्ति घोटाले पर सुनवाई करेंगें।”
यहाँ एक तरफ बिहार सरकार नौकरी देने के कसीदे पढ़ रही है वहीं विपक्षी नेताओं का तीखा बयान थमने का नाम नहीं ले रहा है।