लोकसभा चुनाव मुहाने पर खड़ा है। NDA ने लगातार तीसरी बार अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। वहीं बिहार इंडिया गठबंधन में सीटों का समीकरण उलझता ही जा रहा है। यहाँ एक ओर बिना कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों से बात किये लालू यादव ने लोकसभा के प्रथम चरण के उम्मीदवारों का नाम घोषित कर दिया, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियां राजद से सीटों को लेकर संघर्ष ही कर रही है। कांग्रेस का दावा है कि पिछले बार की अपेक्षा इस बार हमें कम से कम 12 सीटें देनी चाहिए वहीं लेफ्ट भी 6 सीटों की मांग कर रही है। कांग्रेस सीट शेयरिंग को लेकर यह भी तर्क देती है कि अब इंडिया गठबंधन से नीतीश कुमार बाहर हैं उस हिसाब से भले राजद अन्य शामिल पार्टियों से ज्यादा सीटों पर लड़े लेकिन उनके साथ भी न्याय संगत हिसाब होनी चाहिये।
शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस को चेताया : पटना में पत्रकारों से बात करते हुए श्री तिवारी ने कहा कि कांग्रेस अपना जनाधार देख कर सीटों की मांग करें। राजद के कंधों पर महागठबंधन को जीत दिलाने की जिम्मेदारी है। कांग्रेस की अनैतिक मांग के कारण सीट शेयरिंग में देरी हो रही है। बड़े भाई के रूप में राजद है लोकसभा में जीत की सबसे बड़ी जिम्मेदारी राजद के कंधे पर ही है। राजद ने बिहार इंडिया गठबंधन में शामिल सभी पार्टियों को उम्मीदवारों का लिस्ट मांग था ताकि यह तय हो सके की कौन सा उम्मीदवार कहाँ से लड़ेगा। लेकिन सहयोगी पार्टियों के द्वारा उम्मीदवारों की सूची नहीं दिया गया। इसलिए लालू यादव ने उम्मीदवारों को सिंबल बांटना शुरू कर दिया।

Author: Neutral Journalism



