रिपोर्ट : सानु झा
कभी नीतीश पाठशाला के सबसे आज्ञाकारी छात्र होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा पूर्व JD(U) अध्यक्ष RCP सिंह ने अपनी पार्टी बना ली जिसका नाम ‘आप सब की आवाज पार्टी’ रखी गई है। कुछ दिन पहले ही RCP सिंह ने अपनी पार्टी बनाने की बात कही थी और 31 अक्टूबर को उन्होंने अपनी पार्टी बना डाली। उनका कहना है कि मैं पहले JD(U) में रहा फिर BJP में आने के बाद मुझे जो तरजीह मिलना चाहिए वह नहीं मिला। मैं सदैव प्रधानमंत्री जी का शुक्रगुजार रहूँगा लेकिन हमारे लोग हमेशा ही उपेक्षित महसूस करते रहे; अंत में हमने जनता की मांग पर यह पार्टी बनाई है।
कौन हैं RCP सिंह जो नीतीश कुमार के सबसे करीबी माने जाते थे?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस नालंदा जिला से आते हैं, वहीं से RCP सिंह भी आता हैं। राजनीति में आने से पहले RCP उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी थे, फिर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत RCP की मुलाकात तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार से हुई। नीतीश और इनका संपर्क काफी गहरा हो गया, फिर 2005 जब बिहार में नीतीश NDA वाली सरकार बनी तो RCP के प्रशासनिक कौशल से खासा प्रभावित नीतीश ने उनको अपना मुख्य सचिव के रूप में बिहार आने के लिए हामी भरा लिया। फिर 2010 में RCP ने स्वैच्छिक सेवानिवृति लेकर JD(U) में बतौर नेता की शपथ ली। वह JD(U) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तथा दो बार JD(U) से राज्यसभा गए। इन दिनों राजनीति में RCP टैक्स काफी मशहूर रहा था।
कैसे बढ़ी नीतीश और RCP की दूरी :
2021 में नीतीश कुमार NDA के हिस्सा थे। तब केंद्र में मंत्रिमंडल विस्तार होना था। नीतीश; ललन सिंह को केंद्रीय मंत्री बनाना चाहते थे। RCP के माध्यम से उन्होंने अमित शाह को पत्र भी भेजा था, परंतु RCP स्वयं केंद्रीय मंत्री बन जाते हैं। जिससे नीतीश कुमार को काफी बुरा लगा। और एक समय बाद नीतीश कुमार ने सारे पदों से उन्हें मुक्त कर उनसे मोह भंग कर लिया। कहा तो यह भी जाता है कि RCP के वजह से नीतीश को अपनी पार्टी टूटने की काफी डर सता रही थी।
2024 में अपनी पारी खेलेंगे RCP सिंह :
मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस विधानसभा चुनाव में लगभग हमारी 140 सीटों पर तैयारी अधिक है।