- देश में लोकसभा का चुनाव तमाम नेताओं के सिर पर है, सभी अपने वोट साधने और जातीय समीकरणों को सुलझाने में बड़े-बड़े दांव लगा रहें हैं, दरअसल बात यह है कि बिहार की सत्तारूढ़ महागठबंधन गुट के JD(U) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने सांसदीय निर्वाचन क्षेत्र मुंगेर में अपने समर्थकों के बीच 14 मई (रविवार) को मटन-भात का भोज किया, कुछ समय तक भोज सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा था, अचानक भोज खाने इतने समर्थक आ गये की भोज में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थित को अनुकूल करने हेतु पुलिस ने समर्थकों पर लाठी भी चलाई। इससे पहले भी ललन सिंह अपने समर्थकों के बीच मटन पार्टी दे चुके हैं।
वहीं यह खबर बिहारी सियासत में आग की तरह फैल गई और विपक्ष को बोलने का सबसे बड़ा मुद्दा मिल गया।
विपक्ष हमलावर :
सम्राट् चौधरी :
हमेशा अपने बयानों से खबरों में रहने वाले BJP के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट् चौधरी ने इस भोज में शराब बटवाने और मीट-भात के भोज को असंस्कारी बताया
उन्होंने कहा की जिस पार्टी में शराब और मीट परोसा गया हो उसके लिए लोकतंत्र में इससे बड़ी शर्मनाक बात क्या होगी, आज तक किसी पार्टी में ऐसा काम नहीं हुआ है। JD(U) ही एक ऐसी पार्टी है, जो सिर्फ वोट के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ऐसा काम कर रही है।
विजय कुमार सिन्हा:
इस घटना पर सबसे अधिक नेता प्रतिपक्ष (विधानसभा) विजय सिन्हा का बयान सुर्खियों में रहा; उन्होंने कहा कि मुंगेर में जो पार्टी ललन सिंह ने दिया है जो ‘मटन-भात’ का था, जिसमें शराब भी बांटे गए हैं।
मुंगेर के लोग मेरे पास आए थे उनका कहना अब शहर में एक भी कुत्ते नहीं दिख रहे, उनकी तादाद सैकड़ों में थी, परंतु अब वह ओझल हैं। श्री सिन्हा के कहा कि यह जांच का विषय है, सोचिये! जिस हिसाब से इन लोगों ने मेरे पास बातों को रखा है, यह अपने आप में काफी संवेदनशील है, इसकी जांच होनी चाहिए। अगर अन्य जानवरों के मीट इन्हें खिलाया गया तो इससे कितनी बीमारियां होंगी यह कहना मुश्किल है, साथ ही शराब पिलाने को लेकर भी जांच की मांग विजय सिन्हा ने किया है।
JD(U) का पलटवार:
JD(U) के प्रवक्ता अभिषेक झा ने इस मामले पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया साझा किया है; उन्होंने कहा कि विजय सिन्हा ख़ुद कुछ ऐसा काम करते नहीं जिससे जनता के बीच वह प्रसिद्धि पाये, वह हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से जलते हैं, उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों की चिंता करनी चाहिए, लगता हैं इनके यहाँ भोज में ऐसा ही मीट (कुत्ते का मांस) खिलाया जाता है।

Author: Neutral Journalism



