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सी.एम. नीतीश की मीटिंग के बाद अब अपराधियों की खैर नहीं, रातों की गश्ती करेगें पुलिस के वरीय अधिकारी परंतु मीटिंग से दूर रहे DGP और ADG.. 

रिपोर्ट : सानु झा

बिहार में लगातार बढ़ रहे अपराध पर अब नीतीश सरकार नकेल कसने जा रही है। दरअसल शनिवार को CM नीतीश ने एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में गृह विभाग की हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में स्वयं मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को अपराधियों के प्रति  सख्त रवैया रखने और त्वरित कार्यवाही करने का निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह कार्य हमारी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। अगर कोई भी पुलिसकर्मी हमारी बातों को अनदेखा करता है तो उस पर सरकार कड़ी रुख अपनाएगी। 

बढ़ रहे अपराध के बावजूद भी सोती रही सरकार नवादा कांड के बाद खुली नींद :

बिहार में अपराध का ग्राफ आज से नहीं बल्कि वर्षों से सीधे ऊपर की तरफ बढ़ते ही जा रहा है। सरकार के कई मंत्री और प्रवक्ताओं का कहना है कि “यह तमाम अपराध कोई संगठित अपराध नहीं है; जो पहले लालू यादव के समय में होता था।” अब जब नवादा में दबंगों के द्वारा एक साथ कई दलितों के घर आग में फूंक दिए गए, तब जाकर सरकार की नींद खुली है। 

अब स्वयं वरीय पदाधिकारी भी रातों को करेंगे औचक निरीक्षण :

इस बैठक में CM नीतीश ने पुलिस विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि अपराध में जल्द शिथिलता आनी चाहिए। अपराधियों को पुलिस जल्द पकड़े और उन पर त्वरित कार्यवाही करें। रातों की गश्ती में भी किसी तरफ की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इस कार्य को और प्रभावी बनाये रखने के लिए पुलिस विभाग के वरीय पदाधिकारी भी मौजूद रह कर वह स्वयं औचक निरीक्षण करेंगे। 

इस मीटिंग में ना तो सूबे के DGP रहे और ना ही ADG की मौजूदगी रही….. 

मुख्यमंत्री के इस बैठक में कोई भी पुलिस महकमे का आला अधिकारी शामिल नहीं था। DGP आलोक राज और एडीजी(हेडक्वार्टर) इस बैठक में शामिल नहीं रहे। बैठक में होमगार्ड और फायर ब्रिगेड की डीजी शोभा अहोतकर, होमगार्ड के आईजी सुनील नायक शामिल थे. परंतु उनके अधिकार क्षेत्र में लॉ एंड आर्डर से जुड़ा कोई काम नहीं आता है।