बिहार में वार्षिक बजट की पेशी विधानमंडल में हुई। इस वर्ष ‘3 लाख 17 हजार करोड़’ बजट का कुल मूल्य रखा गया। जो कि पिछले बार से 38 हजार 169 करोड़ अधिक है। बजट को पेश करने के बाद राज्य वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने बजट को बिहार की उन्नति के लिए सबसे हितकारी, किफायती और फायदेमंद बताया। इस वर्ष भी सबसे अधिक शिक्षा और स्वास्थ्य पर बजट ने अपना कोष खोला है।
बजट 2025-26 में बिहार को क्या सब मिला?
1. पूर्णिया एयरपोर्ट तीन महीने में बनने की बात।
2. बिहार के कई छोटे हवाई अड्डों का नवीनीकरण।
3. बेगूसराय में कैंसर अस्पताल।
4. सभी प्रमंडलों में कैंसर अस्पताल।
5. 358 प्रखंडों में डिग्री कॉलेज।
6. महिलाओं के लिए पिंक बस जिसमें चालक और परिचालक दोनों महिलाएं होंगी।
7. महिलाओं के लिए जिम।
8. MSP के आधार पर अरहर, मूंग और उड़द की खरीद-बिक्री।
9. कन्या मंडप का निर्माण।
10. शहरों में महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट।
11. महिलाओं के आय बढ़ाने के लिए ई-रिक्शा।
12. कोल्ड स्टोरेज।
13. कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल की व्यवस्था।
तेजस्वी यादव ने किया विरोध :
बजट पेशी के बाद जहाँ सत्ता पक्ष बजट के पक्ष में कसीदे गढ़ने में लगी थी वहीं नेता प्रतिपक्ष ने बजट का खूब विरोध किया, उन्होंने कहा कि भारत सरकार यह साफ करे कि इन दस सालों में वह गुजरात को कितना दिया और बिहार को कितना। इस बजट में सिर्फ पुरानी बातों को दोहराया गया है। छोटा बजट बड़ा बनाकर पेश किया गया है। इनका सात निश्चय भाग : 1 और 2 पूर्ण रूप से विफल रहा है। बिहार में बंद पड़े चीनी मिलें, पेपर मिलें, जुट आदि की मिलें खोलने की किसी भी प्रकार की बातें नहीं हुई है। यह बजट इस सरकार की आखरी बजट होगी।

Author: Neutral Journalism



